गुरुवार, 26 मई 2011

जरुरी है आई केयर

चेहरे की खूबसूरती अधूरी है, अगर आप के आँखों के नीचे काले घेरे हो. डार्क सर्कल्स, किसी भी खुबसूरत चेहरे की रंगत को बिगाड़ सकते है. आइये हम दिल्ली के महक क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ. शैहला अगरवाल से आई केयर पर कुछ नुस्खों को जानते है :


  • अगर डार्क सर्कल्स की परेशानी है तो आप आई क्रीम्स का प्रयोग कर सकते है. किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए इनका प्रयोग सुरक्षित है. केवल एक बात का ध्यार रखे कि हमेशा किसी अच्छे ब्रांड केस आई क्रीम का ही प्रयोग करें.

  • आँखों के आसपास की स्किन की देखभाल करने के लिए आई मास्क का प्रयोग सप्ताह में एक बार अवश्य करें. एक छोटा चम्मच दही में एक छोटा चम्मच शहद (अगर आपकी स्किन को इससे कोई एलर्जी नही हो, तभी शहद का प्रयोग करें) को मिक्स करें और इस मास्क को 15 मिनट लगाकर धो ले.

  • आप मेकअप की मदद से भी अपनी आँखों के नीचे के काले घेरो को छिपा सकते है. हमेशा लिक्विड फाउनडेशन और कंसीलर का प्रयोग करें ताकि स्किन ड्राई न हो.

  • हर रात को सोने से पहले मेकअप को अच्छे से हटाना न भूलें. चेहरा साफ़ करने के बाद माशचराइज़र का प्रयोग करना न भूलें.

  • स्वस्थ जीवन शैली रखें. ताकि आपकी आखों के नीचे काले घरे न हो. अपनी आँखों के नीचे बनते इन डार्क सर्कल्स को कम करने का प्रयास करें. ताकि आपका दमकता चेहरा और भी निखर कर सामने आये.

गुरुवार, 12 मई 2011

मुक्ति स्किन रैशेज से

गर्मियां अपने साथ जहाँ स्वैटेर्स से मुक्ति और मौज मस्ती लाती है, वहीं दूसरी और बहुत सी स्किन समस्याओं को भी जन्म देती है. स्किन रैशेज इन्हीं समस्याओं में से एक समस्या है. अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़े:

गर्मियों का मतलब है तेज़ धूप और खूब सारा पसीना. नतीजा, शरीर के हिस्सों में पसीने का जमाव और स्किन रैशेज की समस्या का जन्म होना. खुजली, जलन और पसीना आने पर होने वाली परेशानी स्किन रैशेज के सामान्य लक्षण है. अक्सर गर्मियों के मौसम से यह समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान करती है.

पसीने का जमाव, नमी और बैक्टीरियल संक्रमण इस समस्या को जन्म देता है इसलिए यदि आप इस समस्या से बचाना चाहते है तो पसीने के जमाव और नमी से बचें.

प्रभावित होने वाले हिस्से :

गर्दन के आसपास, शरीर के छिपे अंग, जैसे - बगल, गुप्तांगों के आसपास की जगह आदि.

क्या कदम उठायें :
  • तंग या टाईट फिटिंग वाले कपडे न पहने.
  • हलके व पतले कपडे पहने. मोटे या भरी कपड़े पहनने से बचें.
  • कपड़े हमेशा ऐसे मटिरियल के पहने जो पसीना को सोखें, जैसे सूती. नायलोन या तैरिकोट जैसे मटिरियल के कपड़ों को पहनने से बचें. यह पसीना सोखते नहीं है और स्किन पर बार-बार रगड़ लगने से समस्या को और भी परेशानी भरा बना सकता है.
  • अपने हायजिन का विशेष ध्यान रखें. दिन में दो बार अवश्य नहायें. किसी प्रकार का खेल खेलने, जिम जाने या स्वीमिंग आदि जाने के बाद नहायें अवश्य. साथ ही हमेशा साफ़ कपड़े पहने.
  • प्रीक्लिहीट पाउडर का प्रयोग करें. बर्फ आदि को लगाने पर भी आपको आराम मिलेगा.
  • कैलामाइन लोशन का प्रयोग करें. यह आपकी जलन को कम करने में सहायक साबित होगा.
  • ठंडी चीजों का सेवन करें. साथ ही बहुत अधिक मसालेदार या तैलीय खाने से परहेज़ करें.
  • अगर आपकी समस्या इन सभी उपायों को अपनाकर भी दूर न हो तो डर्माटोलोजिस्ट से अवश्य मिलें.
मौसम के अनुसार अपनी जीवनशैली में बदलाव लायें. तेज़ धूप में निकलने से बचे और खूब सारा पानी पियें.

(डॉ सचिन धवन, डायरेक्टर, क्लिनिकल एंड ऐस्थेतिक डर्माटोलोजी, आरटीमिस हैल्थ इंस्टिट्यूट, गुडगाँव से बातचीत पर आधारित)

शुक्रवार, 6 मई 2011

ताजगी भरा मिंट


गर्मियों के दिनों की शुरुआत हो गयी है और ठन्डे ताजगी भरी चीजों की तलाश शुरू हो गयी है ऐसे ही ताजगी और ठंडक का अहसास आप प्राप्त कर सकते है मिंट या पुदीना से आइये पुदीने की इन विशेषताओं को और गहराई से जानते है

पुदीना बहुत ही पुराना हर्ब है, जिसका प्रयोग हम सभी के घरों में होता आया है घर पर बड़ी ही आसानी से उगने वाले इस हर्ब का केवल स्वाद अच्छा होता है बल्कि इससे बहुत से स्वस्थ्कारी लाभ भी मिलते है

लाभ :

डॉ प्रीति छाबरा, कंसल्टेंट आयुर्वेद, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली ने हमें इसका सेवन करने से होने वाले फायदों के बारें में बताया है उनके अनुसार, पुदीना लाभकारी है -
  • पाचन प्रकिया के नियंत्रण में
  • गैस, पेट दर्द, उलटी, डायरिया और हिचकी को दूर करने में सहायक
  • पीलिया और पेट के कीड़ों को दूर करने में प्रभावी
  • ब्लड प्रेशर या रक्तचाप का स्तर नियंत्रक
  • सांसों की बदबू, मुह से आने वाली दुर्गन्ध और दांत के दर्द को दूर करने में सहायक

अन्य लाभ:

  • वात के सक्रिय होने पर होने वाली समस्याओं को प्रभावी ढंग से ठीक करता है यहीं कारण है कि इसका प्रयोग बढती उम्र के लोगो द्वारा किया जाता है
  • पुदीना में अच्छे एक्सपैकटोरेंट के गुण भी होते है अर्थात एक ऐसा एजेंट जो आपके श्वास सिस्टम से काफ को बहार निकलने के सहायक होता है इसलिए इसका प्रयोग खांसी और अस्थमा के लिए किया जाता है

स्किन केयर:

पुदीना केवल स्वस्थ्कारी लाभ आता है बल्कि यह स्किन केयर में भी मदद करता है डॉ छाबरा ने बताया है कि यदि आप मुहांसों को दूर करना चाहते है और अपने चेहरे की खूबसूरती को बनाये रखना चाहते है तो रोज़ अपने चेरे पर पुदीने के पेस्ट को लगाये। मगर इसे लगाने से पहले एक बार स्किन टेस्ट अवश्य कर ले।

आयुर्वेद में पुदीने को एक ऐसा हर्ब माना गया है जिसका सेवन हर कोई कर सकता है। तो फिर आप सोच क्या रहे है, पुदीने का सेवन करें और ताजगी ठंडक को प्राप्त करें।