सोमवार, 25 मार्च 2013

पपीता : एक अनमोल फल

शायद बहुत से लोग ऐसे है जिन्हें पपीता पसंद नहीं है मगर जब बात पपीते के फायदों की आएन्तो शायद यह सब फलों को पीछे छोड़ सकता है। आइयें इस फल के गुणों को पहचानते है :

पोषकता :

पपीते में विटामिन सी, फोलेट, पोटाशियम के आलावा इसमें फाइबर, विटामिन अ और इ के भी गुण मौजूद है। और यहीं सभी गुण इससे अन्य  फलों में श्रेष्ठ बनता है।

कैसे पहुचता है लाभ : 

  • डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त करता है। पपीते का यह वोह गुण है जिसे हम सभी जानते है। यदि आप पेट की समस्या से परेशान है तो पपीते का सेवन करे। यह डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करता है और पाचन शक्ति को भी बढाता है।
  • जो लोग अस्थमा, आर्थराइटिस के रोगी है उन्हें इससे अपे भोजन में शामिल करना चाहिए क्यूंकि यह सुजन को दूर करने में मदद करता है। 
  • इसमें मिलने वाले विटामिन सी और ए इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायता करता है। यह एंटी ओक्सिडेंट समान्य सर्दी, बुखार, वायरल और अन्य  इन्फेक्शन से बचाव करने में मदद करता है। 
  • कई रिसर्च इस बात का प्रमाण देती है की पपीते का सेवन करने से कैंसर (विशेष रूप से कोलोन कैंसर) होने की आशंकाएं कम हो जाती है। 
  • पपीते का सेवन करने से शरीर अन्दर से साफ़ होता है इसलिए इससे स्किन में भी निखर आता है। आप चाहे तो आप पपीते को स्किन पर भी लगा सकती है। 

शुक्रवार, 22 मार्च 2013

स्क्रब कर पायें निखरी स्किन

आप पार्लर जाकर घंटों बर्बाद नहीं करना चाहते है और निखरी स्किन भी चाहते है। यदि आप अपनी इस चाहत को पूरा करना चाहते है तो स्क्रब करें। नियमित रूप से स्क्रब करने से आपकी स्किन में निखार आएगा और आपकी स्किन स्वस्थ और दमकती हुई दिखाई देगी।

क्यूँ करें : 

हम जिस तरह का भोजन करते है और जिस तरह की जीवन शैली जीते है उसके कारण हमारा शरीर और हमारी स्किन दोनों ही प्रभावित होते है। अपनी स्किन पर जमा प्रदूषण का प्रभाव और डेड स्किन को दूर करने के लिए स्क्रब करें।

क्या है लाभ :

  • स्किन कोमल बनेगी 
  • रंगत में सुधार होगा 
  • दाग धब्बों से भी निजात मिलेगी 
कैसे करें स्किन स्क्रब :
  • आप बाज़ार में मिलने वाले स्क्रब को अपनी स्किन के अनुसार चुने और उसमे दिए गए निर्देशानुसार उसका प्रयोग करें। 
  • आप चाहे तो आप बेसन में कच्चा दूध दाल कर भी उससे अपनी स्किन साफ़ कर सकते है। 
  • आप चाहे तो संतरा या टमाटर से भी अपनी स्किन की सफाई कर सकते है। 
  • उड़द  दाल को भिगो ले। अब उसे दरदरा पिस कर उसमें दूध दाल कर स्किन को साफ़ कर सकते है। इसमें थोड़ी सी हल्दी दाल देने से स्किन में निखार भी आता है। 
  • आप चाहे तो गुनगुने पानी और चीनी से भी अपनी स्किन को स्क्रब कर सकते है। 
ध्यान दे : 

स्क्रब करने से स्किन साफ़ होती है. मगर इसका प्रयोग हलके हाथो से करे। बहुत तेज़ दबाव देकर इसका प्रयोग करने से स्किन को नुक्सान भी पहुच सकता है। 

रविवार, 17 मार्च 2013

कहीं उड़ न जाएँ रंग, होली से संग

होली आपको चाहे कितनी भी पसंद हो या नापसंद हो, आपकी स्किन और बालो का यह बुरा हाल कर जाती है। यदि आप इस होली में इससे बचाना चाहते है तो होली से पहले और बाद इन कदमों को उठायें ताकि आपके चेहरे की रंगत बरक़रार रहें। 

होली से पहले : 
  • होली की पहली रात अच्छे से आपनी स्किन को नरिश करे। 
  • होली खेलने से पहले ही अपनी पूरी स्किन पर करीब 20 से 25 मिनट पहले तेल अच्छे से लगा ले। इससे रंग आपकी स्किन के सीधे संपर्क में नहीं आता है और आपकी स्किन को कम नुकसान पहुँचता है। 
  • साथ ही बालों पर तेल लगाना बिलकुल भी न भूले।
  • नाखूनों को रंग के प्रभाव से बचने के लिये, अपने नेल्स पर नेल पोलिश की 2-3 लेयर लगायें।
  • प्रयास करें की आप पूरी बाजू के कपडे पहने।
  • होली खेलते समय या तो चप्पल पहने या कोई भी खुली सैंडल। जूते या जुराबे पहनने से बचे. इससे आपके पैरों पर रंग कम चढ़ेगा। 
  • होली के दिन आँखों पर किसी भी प्रकार का मेकअप न करें। यदि आप काजल लगाती है तो इस दिन उसका भी प्रयोग न करे।
  • साथ ही होली के दौरान आई लेन्सेस बिलकुल न लगाये। 
होली के बाद:
  • होली खेलने के बाद गुनगुने पानी से नहाए। रंग को निकलने के लिए आप क्लींजर का प्रयोग करे। आप चाहे तो आप ग्लिसरीन या निम्बू का भी प्रयोग कर सकते है। 
  • साबुन से अपनी स्किन को जोर जोर से न रगड़े। अगर रंग नहीं निकल रहा है तो घबराये नहीं। धीरे धीरे कुछ दिनों में यह आराम से निकल जायेगा।
  • नहाने से पहले अपने नाखूनों पर लगे नेल पेंट को रेमोवेर से हटा ले. नहाने के बाद नाखुनो की ओलिव आयल से मालिश करें। 
  • बालों को शैम्पू से धोने के बाद कंडिशनर का प्रयोग करना बिलकुल भी न भूले।
  • सबसे जरुरी बात, नहाने के बाद अपनी स्किन पर ढेर सारा मौशचराइज़र लगाएं। ताकि रंगों के प्रयोग से खोयी स्किन की नमी को दुबारा से प्राप्त किया जा सके।
जरुरी बात :
  • अगर आप अपनी स्किन और बालों को नुकसान नहीं पहुचना चाहते है तो आर्गेनिक रंगों से खेले. गिले रंगों के प्रयोग से बचें।
तो इस बार होली का आनंद आप भी उठायें मगर पूरी तैयारी  के साथ। 

बुधवार, 13 मार्च 2013

छोटे कदम, बाल चमके हरदम

गर्मियां आ रही है और हम अपनी स्किन का बचाव करने के लिए न जाने क्या क्या जतन करेंगे।  लेकिन हमें लगता है कि गर्मियों के मौसम में भला हमारे बालो को एक्स्ट्रा केयर की क्या जरुरत? जबकि यह गलत है। हर मौसम में हम अपनी स्किन की केयर करते है ठीक उसी तरह हमें अपने बालों की भी केयर की जरुरत होती है। आइये जानते है कैसे :

सनस्क्रीन :

जी हाँ, आपने सही सुना। जिस तरह सूरज की तेज़ धूप स्किन को नुकसान पहुचती है ठीक उसी तरह यह तेज़ धूप बालो को भी प्रभावित करती  है। इसके लिए आपको बाज़ार में मिलने वाले  सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही अपने बालो को धूप के सीधे संपर्क में न आने दे। अपने बालों को स्कार्फ़ या चुन्नी से ढक कर रखे।

शैम्पू मंत्रा: 

गर्मियों में बार बार शैम्पू न करें। यह बालों को ड्राई करते है। प्रयास करें कि आप आर्गेनिक या सल्फेट फ्री शैम्पू का ही प्रयोग करें। इसके अलावा इस मौसम में हेयर ड्रायर का प्रयोग न करें। बालो को प्राकृतिक रूप से सूखने दे ताकि आपके बालों की प्राकृतिक नमी बनी रह सकें।

बालों को ब्रश करे:

बालों को बार बार ब्रश करें ताकि बालो में रक्त संचार होता रहें और आपके बाल स्वस्थ बन सकते है। साथ ही नियमित रूप से बालों की ट्रिमिंग करते रहेन. याद रहें की दो मुहें बाल आपके बालों को अस्वस्थ बनाते हैं।

हेयर स्टाइल : 

गर्मियों के मौसम बालों को बाँध कर रखने में ही भलाई है। यदि आप दिन के समय बाहर निकल रहे है तो अपने बालों को बांध कर रखे। आपके बाल जितने खुले रहेंगे उतने ही गर्मी और धूप से प्रभावित होंगे।

हेयर कलर और गर्मियां:

अक्सर हम गर्मियों के मौसम में बाल ज्यादा बार धोते है या ज्यादा शैम्पू का प्रयोग करते है। साथ ही बहुत से लोग इस मौसम में स्विमिंग का भी लुत्फ़ उठाने का मौका नहीं छोड़ते है। स्विमिंग और शैम्पू का अधिक प्रयोग आपके हेयर कलर को नुक्सान पहुचता है। इससे बचने के लिये जल्दी-जल्दी शैम्पू का प्रयोग न करें और स्विमिंग करते समय शावर कैप का प्रयोग करें।

अपने बालों के मोल को पहचानिए और हर मौसम में इनकी केयर भी आपकी स्किन की ही तरह करें। 

शुक्रवार, 8 मार्च 2013

माउथ अलसर : कैसे पायें छुटकारा

यदि मुंह के छाले  आपकी समस्या बन गयी है तो परेशान न हो और इन नुस्खों को अपनाएँ और इसने छुटकारा पायें।
  • बी-विटामिन्स का सेवन करें। ऐसा मन जाता है की जब शरीर में बी-विटामिन की कमी होती है तब अक्सर मुंह में छाले  पड़  जाते है इस समस्या से बचने के लिए बी काम्प्लेक्स के कैप्सूल का सेवन करें। 
  • गुनगुने पानी में थोड़ी सी हल्दी डाल कर गरारे करने से भी आपको लाभ मिल सकता है।
  • शायद भी इसमें लाभकारी साबित हो सकता है। शहद को जीभ और मुह में लगा कर रखे और उसके बाद गरारे कर ले।
  • केवल कत्था लगा पान चबाने से भी आपकी इस समस्या में सुधार हो सकता है।
  • इसके अलावा अपनी नींद पूरी करें। कई बार ठीक से न सोने की वजह से भी इस समस्या का जन्म हो सकता है।
और हाँ, एक बार अपना टूथ पेस्ट भी बदल कर देखे. कई बार लॉन्ग वाले पेस्ट का प्रयोग करने से भी यह समस्या हो सकती है। 

बुधवार, 6 मार्च 2013

फिट रहे, हेल्थ सप्लीमेंट्स के साथ

हम महिलाएं पेडीक्योर कराते है, पार्लर जाते है, घंटों का समय अपने आपको सुंदर बनाने के लिए बिताते है मगर एक जरुरी बात हमेशा भूल जाते है। शरीर का केवल बाहर से ख्याल रखने से किसी का भी शरीर स्वस्थ नहीं बनता है। शरीर तभी स्वस्थ रहता है जब वो अन्दर से मजबूत हो। इसके लिए पौष्टिक भोजन के अलावा हेल्थ सप्लीमेंटस लेने की जरुरत पड़ती है। आइये जानते है कि महिलाओ को सवास्थ रहने के लिए किन सप्लीमेंट्स की सबसे ज्यादा जरुरत रहती है और क्यूँ:

कैल्शियम : 

यह सभी के लिए जरुरी है। यदि आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाये रखना चाहती है तो कैल्शियम का सेवन सही मात्रा में करना जरुरी है। याद रहे की पुरुषों की तुलना में महिलाओं के ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंकाएं अधिक रहती है। इसलिए अपने भोजन में दूध और उससे बने प्रोडक्ट्स को शामिल करें। साथ ही अपने डॉक्टर से परामर्श ले की आपको कितनी मात्रा में कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने की आवशकता है। 

फिश आयल :

हमारे ह्रदय को स्वस्थ बनाये रखने में फिश आयल मदद करता है। फिश आयल में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो की ह्रदय के लिए टॉनिक की तरह कार्य करता है। साथ ही यह सुजन को कम करने और दिमाग  को स्वस्थ बनाये रखता है।  इस सप्लीमेंट का सेवन गर्भवती महिलाए भी डॉक्टरी सलाह से कर सकती है। 

बी विटामिन्स :

बी विटामिन्स एक्टिव महिलाओं के लिए बेहद जरुरी है। बी विटामिन समूह के बी 6  और बी 12 ह्रदय को स्वस्थ बनाते है तो बायोटिन बालों को स्वस्थ बनाने का कार्य करती है। आप इन्हें खाद्य पदार्थ जैसे अनाज, फल, सब्जियां, दूध, मछली आदि प्राप्त कर सकते है। एक जरुरी बात अधिक आयु होने पर भोजन से विटामिन बी को अवशोषित करना थोडा मुश्किल हो जाता है इसलिए ज्यादा आयु की महिलाओं को बी विटामिन्स के सप्लीमेंट्स का सेवन करना चाहिए। 


विटामिन डी :


आप सूर्य की रोशनी से इसे प्राप्त कर सकते है। साथ ही आप इसे दूध से भी प्राप्त कर सकते है। विटामिन डी जहाँ एक तरफ हड्डियों को मजबूत बनाता है वहीँ दूसरी ओर इसका सेवन करने से आपका शरीर खाए गए भोजन और सप्लीमेंट्स से ज्यादा मात्रा में कैल्शियम को अवशोषित कर पाता है। अगर आप दूध नहीं पीती है, या आपकी उम्र अधिक है या आप स्तनपान कराती है तो आपको विटामिन डी सप्प्लेंत का सेवन करना चाहिए।

कोएंजाइम क्यू 10 :

ये एक शक्तिशाली एंटी ओक्सिडेंट होता है। यह समय से पहले आये बुढ़ापे और ह्रदय रोगों से शरीर को बचाता है। जिन महिलाओं को ह्रदय रोग होने की आशंकाएं है या जो शुद्ध शाकाहारी है उन्हें इस सप्लीमेंट का सेवन करना चहिये। 

सप्लीमेंट्स खाने की जगह नहीं ले सकते है। मगर पोष्टिक भोजन के सेवन के साथ इनका सेवन आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए मददगार साबित होगा। 

* (किसी भी हेल्थ सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य ले ले.) 

शुक्रवार, 1 मार्च 2013

कैसे कराएं तैयारी

क्या आप अपने बच्चों के पास आते एग्जाम से परेशान हो रही है? यदि हाँ तो आपको इसकी तैयारी पहले से करके रखनी होगी। आइयें जानते है की किअसे आप अपने बच्चो को एग्जाम के लिए तैयार करें।

  • पहले से ही करें शुरुआत। हम सभी जानते है की बच्चो के फाइनल एग्जाम किस महीने में होने है तो फिर हमें उसकी तयारी करने के लिए दिन या समय का इन्तजार नहीं करना है। पहले से ही तयारी करना प्रारंभ करें ताकि बाद में किसी प्रकार की परेशानी न हो। 
  • टाइम मैनेजमेंट करें। दिसम्बर के महीने से ही अपने बच्चे के पढने का टाईमटेबल सेट कर ले। याद रहें की उसके टाइम टेबल में सभी सब्जेक्ट्स को बराबर का समय दिया गया हो. 
  • ब्रेक दे। हर एक या डेढ़ घंटे में एक बाद अपने बच्चे को ब्रेक लेने की सलाह दे। इससे उसका दिमाग रेस्ट कर पायेगा और वोह जयादा अच्छे से आगे की पढाई कर पायेगा। अगर इस ब्रेक टाइम में आपका बच्चा टीवी देखना चाहे तो उसे थोड़ी देर टीवी देखने दे। 
  • नीद पूरी ले। यह बशुत जरुरी है की दिमाग के काम करने के लिए दिमाग को रेस्ट देना जरुरी है. इसलिए लगातार न पढ़े बल्कि उसे अपने नियमित समय पर सोने दे. जब तक उसका दिमाग रेस्ट नहीं करेगा तब तक वो नयी चीजों को याद नहीं कर पायेगा। 
  • खाना ठीक से खिलाये। बहुत अधिक तैलीय या हैवी खाना न खिलाये। बल्कि लाइट और रिफ्रेशिंग खिलये. जिसे संतरा आदि। 
  • इन सबके अलावा बच्चे को इस बात को समझाएं की वोह एग्जाम पेपर को देख कर घबराएँ नहीं और शांत मनन से अपने एग्जाम को पूरा करें। 
हर बच्चा एक दुसरे से अलग होता है। और यह जरुरी नही की आपका बच्चा स्कॉलर ही बने. अपने बच्चे के स्कोर किये गए नंबर्स को सराहे और उसे इस बात का एहसास दिलाएं की आप उस पर विशवास करते है और वो आपको प्रिय है. 

पाएं गहरी और शांत नींद

ऐसा सभी के साथ हुआ होता है कि  आप सोना चाहते है मगर आप सो नहीं पते है। आइये आज हम कुछ ऐसी बातों पर एक नज़र डालते है जो हमें गहरी और स्वस्थ नींद देने में मदद करेंगे।

  • अपने मोबाइल को कहें गुड बाय। रात में सोने से पहले या तो अपने मोबाइल फ़ोन को स्विच ऑफ कर दे या फिर उसे साइलेंट मोड में डाल दे। इससे आपका ध्यान बार बार फ़ोन की तरफ नहीं जायेंगा। 
  • टीवी को अपने बेड रूम से बाहर करें। जब तक आपके रूम में टीवी रहेगा आप चैन की नींद नहीं सो पाएंगे। 
  • रूम में रौशनी कम से कम रखे। ताकि आपके दिमाग को इस बात का अहसास हो सके की आपको अब सोना है। 
  • सोने से पहले गुनगुने पानी से नहाए। संभव हो तो हेड की मालिश करें इससे आपको आराम मिलेगा और आप सो पाएंगे। 
  • थोडा सा योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज आपकी मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करेगी।
  • इन सबके आलावा यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या का शिकार है तो डॉक्टर से संपर्क करे और अपना इलाज कराये। ताकि आप चैन की नींद सो सकें।