सोमवार, 29 अप्रैल 2013

कैसे पाएं बढ़ती उम्र में भी हैल्दी स्किन

क्या आपको लगता है की बढती उम्र में अब आपको अपनी स्किन की केयर करने की कोई जरुरत नहीं है। क्यूंकि आप चाहे कितनी भी कोशिश क्यूँ न कर ले आप अपने आपको पहले जैसा नहीं बना सकती है।  यह सच है . मगर इसका यह अर्थ नहीं है की आप अपनी स्किन की केयर करना भूल जाएँ। आज हम कुछ ऐसी बेसिक बातों पर नज़र डालेंगे जोकि बढ़ती  उम्र में भी आपकी स्किन को हैल्दी और दमकती हुई बनाने में आपकी मदद करेगी। 

तेज़ धूप से बचें :

हम सभी जानते है की तेज़ धूप स्किन को कितना नुकसान  पहुंचती है। ऐसे में जब आपकी उम्र बढ़ रही है तो धूप  से स्किन का बचाव करना और भी जरुरी हो जाता है। 

क्या करें -
  • सनस्क्रीन का प्रयोग करें। 
  • दिन के समय बाहर जाने से बचे।
  • पूरी बाह वाले कपडे पहने। 
  • सन ग्लास्सिस का प्रयोग करे। 
अपनी स्किन को पैम्पर करें :

उम्र के बढ़ने के साथ साथ आपकी स्किन बहुत डिमांडिंग हो जाती है। इसलिए स्किन को आप जितना संभव हो सके पैम्पर करें। 

क्या करें -
  • स्किन को बहुत तेज़ या जोर से न रगड़े। 
  • बहुत देर तक न नहाए। इससे स्किन की नमी खो सकती है। 
  • हार्ड साबुन या बॉडी वाश और शैम्पू का प्रयोग न करें।
  • स्किन को मौशचराइज करना न भूले। 
हैल्दी खाना खाए :

स्किन की खूबसूरती केवल बाहरी नहीं होती है. आपकी बॉडी भीतर से जितनी हैल्दी होगी आपकी स्किन उतनी ही बाहर से। इसलिए पौष्टिक भोजन खाएं। 

क्या करे - 
  • कम मसालेदार और सदा खाना खाए। 
  • आप बाहर कस खाना भी खा सकते है बस केवल ऐसे विकल्पों का चुनाव करे जोकि हैल्दी हो। 
  • खूब पानी पिए या जितना संभव हो तरल पदार्थो का सेवन करें। 
तनाव और अन्य  स्वास्थ्य समस्याओं पर पायें नियंत्रण : 

अपने पर तनाव को हावी न होने दे. इसके लिए आप योग की मदद ले सकते है। साथ ही यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या के शिकार है तो उसका पूरा इलाज कराये और डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाइयों का सही समय पर सेवन करें। 

क्या करें -
  • योग या फिर जिस चीज़ में भी आपकी रूचि है उसे जीने का प्रयास करें। 
  • खुश रहें। आप भीतर की शुशी आपकी स्किन पर साफ़ देखि जा सकती है। 
  • अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को हलके में न ले और उनका पूरा इलाज कराएँ। 

शुक्रवार, 26 अप्रैल 2013

स्किन रशेस से करें बचाव

गर्मियां मतलब तेज़ धूप, पसीना, चिपचिपापन और स्किन रशेस।  मगर आप घबराएँ नहीं, आज हम स्किन रशेस से कैसे बचाव किया जाएँ इस पर चर्चा कर रहे हैं। आप इन नुस्खों को अपना कर स्किन रशेस से बच सकते हैं। 

क्यों होते है स्किन रशेस :

पसीना सिर्फ गन्दा पानी नहीं है। बल्कि इसमें नमक के साथ साथ बहुत से विषैले और अवशिष्ट पदार्थ होते है जो स्किन को नुकसान पहुचा सकते  है। जब स्किन पर पसीने का जमाव होने लगता है तो शरीर के उस हिस्से में बैक्टीरिया का संक्रमण भी तेज़ी से होने लगता है जिस कारण स्किन रशेस का जन्म होता है। 

प्रभावित अंग :

स्किन रशेस अक्सर शरीर के उन हिस्सों पर होते है जो अंग आपस से मिलते है। जैसे - बगल, घुटनों का पिछला हिस्सा, जांघों के पास का हिस्सा, गर्दन। यदि आप इन स्किन रशेस का इलाज शुरुआत में ही न करें तो यह कई बार बहुत असहनीय भी हो जाते है। 

क्या करें :
  •  सबसे पहले प्रभावित हिस्से पर बर्फ को लगायें। दिन में कम से कम 2 से 3 बार इससे करें आपको इससे तुरंत लाभ मिलेगा। 
  • थोड़े से गुनगुने पानी में थोडा सा बेकिंग सोडा डाल कर इस पानी को नहाने से पहले अपनी स्किन पर मल ले।  और फिर साफ़ अपनी से नहा ले।  दिन में कम से कम दो बार अवश्य नहायें। 
  • यदि आपको एलो वेरा से किसी प्रकार की एलर्जी नहीं है तो आप प्रभावित हिस्से पर एलो वेरा का जूस भी लगा सकते है। 
  • इसके अलावा आप बेसन का लेप भी इस पर लगा सकते है।  या फिर आप मुल्तानी मिट्टी का लेप कुछ देर लगा कर रख सकते है। 
  • नहाने के बाद प्रिच्क्ली हीट पाउडर अवश्य लगाएं। 
  • इस मौसम में स्किन फ्रेंडली कपडे यादी सूती कपड़े ही पहने। 

बुधवार, 24 अप्रैल 2013

आदतें, जो करें इम्युनिटी को कमज़ोर

आपकी इम्युनिटी  होगी, ये आप पर निर्भर करता है। जैसे आप अपने शरीर को रखेंगे, वैसे ही आपकी इम्युनिटी होगी। इसलिए आपको अपनी उन बुरी आदतों को छोड़ना है जो आपकी इम्युनिटी को कमजोर बनाती है। आइये उन पर एक नज़र डालते है।


  • तनाव : स्ट्रेस यानी तनाव बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं की जड़ है। तनाव शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता यानि इम्युनिटी को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। तनाव हर किसी को है मगर आप उससे कैसे  निपटते है ये आप पर निर्भर करता है। तनाव को अपने पर हावी न होने दे। बल्कि योग या एक्सरसाइज की मदद से इससे निपटने का प्रयास करें। 
  • कम सोना : अगर आप कम सो रहे है तो आप अपनी इम्युनिटी को कमजोर कर रहे है। हम सभी जानते है कि हर व्यक्ति को कम से कम सात से आठ घंटे सोना चाहिए। यदि आपके शरीर को पूरा आराम नही मिलेगा तो आपके शरीर की आंतरिक शक्ति या क्षतिग्रस्त टिशुओं का विनिर्माण नही हो पायेगा। वैसे भी कम सोने से आप अन्य बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओ से ग्रस्त हो सकते है।
  • डाइटिंग करना : अक्सर वजन कम करने के चक्कर में पड़ कर हम ठीक से खाना नहीं खाते है। संतुलित भोजन न करने से आपके शरीर के पोषक तत्वों की जरुरत पूरी नहीं हो पति है जिस कारण शरीर रोगों से नहीं लड़ पाटा है और हम बीमार पड़ जाते है।
  • एल्कोहल का सेवन : बहुत अधिक मात्रा में एल्कोहल या मीठे का सेवन करने से भी रोगों से लड़ने की शक्ति यानी  रोग प्रतिरक्षात्मक शक्ति कमजोर पड़ जाती है। इनका सेवन करने से शरीरी में सफ़ेद रक्त कण नष्ट हो जाते है जिसके कारण शरीर रोगों से लड़ नहीं पाता है और आप रोग ग्रस्त हो जाते है। 
  • पानी कम पीना : यदि आप कम पानी पिटे है तो आप और बीमार हो सकते है। इसलिए खूब पानी पिए और अपने शरीर में पानी से स्तर को बनाये रखें। खास तौर पर बीमार होने पर या दवाइयों का सेवन करने पर अधिक से अधिक मात्रा में पानी पिए। 
  • हाइजीन नियमों की अनदेखी : यदि आप हाइजीन के नियमों का पालन नहीं करते है तो आपको बीमार होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसलिए स्वछता के नियमों का पालन करें और अपने शरीर को स्वस्थ बनाएं। 
यदि आप चाहते है की आपकी इम्युनिटी बनी रहे तो अपनी इन् आदतों को बदले और स्वस्थ बन जाएँ। 

मंगलवार, 16 अप्रैल 2013

कैसे बने एकदम फिट

हम सभी व्यस्त है और इस व्यस्तता का सबसे बड़ा नुकसान हमारी सेहत को  पड़ता है। आज हम उन छोटी छोटी बातों पर चर्चा करेंगे जोकि आपको  अपने  व्यस्त होने के बावजूद भी आपको फिट रखने में आपकी काफी मदद करेंगी। 

न कहें कैलौरी युक्त तरल पदार्थों को :

हम सबसे बड़ी गलती यहीं पर करते है. हमें प्यास लगी होती है और हम अपनी प्यास बुझने के लिए पानी को छोड़ सब विकल्पों को अपनाते है. जबकि यदि आप फिट रहना चाहते है तो सबसे पहले कैलोरी युक्त पेय पदार्थों को न कहें। कोला या अन्य पेय पदार्थों का सेवन न करे। जब भी प्यास लगे सबसे पहले पानी को चुने या फिर आप निम्बू पानी को भी चुन सकते है.

घर का खाना खाएं :

अक्सर हम सभी बहार के खाने को ज्यादा प्राथमिकता देते है जबकि यदि आप फिट और शेप में रहना चाहते है तो घर के सादे खाने को खाने में ही भलाई है. फलों और सब्जियों का सेवन करें . यदि बाहर खाना पड़े तो अच्छे और कम कैलोरी वाले विकल्पों को ही चुने।

खाने की मात्रा पर रखें नज़र:

कई बार हम कम कैलोरी वाला और पौष्टिक भोजन का ही सेवन कर रहें होते है मगर खाने की मात्रा बहुत अधिक होती है। बहुत सारा खाना एक साथ न खाएं बल्कि थोड़ी थोड़ी मात्रा में हर दो या तीन घंटे में खाना खाएं।


नमक और मीठे को ध्यान से खाएं:

मीठे भोजन आपके मुंह में तो मिठास भरते है मगर आपकी सेहत में कड़वाहट घोल सकते है. इसलिए मिथ खाते समय थोड़ी सी सतर्कता बरतें। साथ ही भोजन में ऊपर से नमक को डालने से बचे. इन् सबके अलावा पैक्ड चिप्स आदि का सेवन कम से कम करें और मीठी कैंडीज और चोकोलेट आदि  का सेवन करने से बचे।

एक्सरसाइज करें और गोल सेट करें:

प्रयास करें की आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। अगर आप जिम नहीं जा सकते है तो आप योग की मदद ले सकते है. इसके आलावा अपने वजन को कम करने का एक गोल सेट कर ले. और अपने द्वारा निर्धारित वजन को पाने के लिए इमानदारी से प्रयास करें।

अपने लिए पार्टनर चुने :

अपने किसी ऐसे दोस्त को अपना फिट पार्टनर चुने   जो आपकी ही तरह फिट होना चाहता है. इससे आपको एक दुसरे से प्रोत्साहन भी मिलेगा और प्रतियोगिता भि.

रिलैक्स करें:

छुट्टियों पर या वीकेंड पर रिलैक्स करें और अपनी पसाद की चीज़े करे। साथ ही अपने घर को भी थोडा सा व्यवस्थित करें ताकि छुट्टी में आराम के साथ साथ  कुछ काम भी हो पाए।

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

पांच बार खाएं, स्वस्थ बन जाएं

आप सोच रहें होंगे कि भला पांच बार खाना खा कर कोई कैसे फिट रह सकता है ? पर वास्तविकता यहीं है कि आप के बार बार खाना खाने से आपका मैटाबोलिस्म तेज होता है और आप फैट की जगह फिट हो जाते है. आइये आज हम यह जानते है की बार बार खाना खाने से आप कैसे अपने शरीर को लाभ पंहुचा सकते है. 

कई बार अपने देखा होगा की सुबह का नाश्ता करने के बाद जब तक आपके लंच का टाइम होता है आप भूख में तड़प चुके होते है और इस भूख को शांत करने के लिए न जाने क्या क्या खा चुए होते है. इनसे आपकी भूख तो शांत हो जाती है मगर वजन बढ़ जाता है. यदि आपके साथ ऐसा कई बार होता है तो अपने खाने के नियम में बदलाव लायें और तीन बार खाना खाने की जगह पर पांच बार खाएं।

क्या है लाभ : 

यदि आप तीन बार बड़ी मिल्स खाने की बजाय पांच बार खाना खाते है तो आपको इसके कई लाभ मिल सकते है .

  • बार बार खाना खाने से अपने शरीर की एनर्जी हमेशा बनी रहती है. 
  • आप अपने आपको भूखा महसूस नही करते है. 
  • इससे आप अपने चटोरेपन पर भी नियंत्रण लगा सकते है. यदि आपका पेट भरा रहेगा तो आपका मन किसी चीज़ को खाने के लिए ललचाएगा कम।
  • बार बार खाना खाने से आपके ब्लड का शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है..
  • इससे आपका पाचन तंत्र भी एक्टिव और स्वस्थ रहता है. 
स्पष्ट है कि पांच बार खाना खाना आपके सेहत के लिए लाभकारी साबित होता है. साथ ही यह आपको थकान जैसी समस्या से भी निपटने में आपकी मदद करेग. 

किन बातों का रखे ध्यान : 
  • सबसे पहले यदि आप पांच बार खाना खा रहे है तो अपने खाने की मात्रा पर ध्यान दे. सही मात्रा में खाना खाएं न कि  ढेर सारा।
  • अपने हर मील में प्रोटीन और फाइबर को भी शामिल करें।
  • स्वस्थ विकल्पों का चुनाव करें
खाना सिर्फ पेट भरने और स्वाद देने वाला माध्यम नहीं है बल्कि यह हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने का एक माध्यम है। इसलिए पाच बार थोडा थोडा खाए और अपने पाचन तंत्र के साथ साथ अपने सम्पूर्ण स्वास्थ्य को लाभ पहुचाएं।