बुधवार, 29 मई 2013

खतरनाक है पैसिव स्मोकिंग

सिगरेट जितना उसे पीने वाले को नुकसान पहुचाती है उतना ही उस सिगरेट के धुएं को साँस के जरिये अपने शरीर के भीतर ले जाने वाले को। इसलिए यदि आप सिगरेट नहीं भी पीते है मगर आपके करीबी इससे पीते  है तो आप  स्वस्थ नहीं रह सकते। आइये जानते है कैसे :

क्या है पैसिव स्मोकिंग:

जब आप स्वयं सिगरेट, सिगार या अन्य नहीं पीते है मगर नियमित रूप से उसके धुएं के सम्पर्क में रहते है तो इसका अर्थ हुआ की आप पैसिव स्मोकिंग कर रहे है। इसे सेकंड हैण्ड स्मोक भी कहा जाता है और यह उतना ही खतरनाक होता है जितना सिगरेट पीना। 

क्यों है खतरनाक :

यदि आप सिगरेट नहीं भी पीते है मगर नियमित रूप से इसके धुएं  के संपर्क में रहते है तो आपके शरीर में भी निकोटिन और अन्य  विषैले पदार्थ चले जाते है। जोकि आपके शरीर को उतना ही गंभीर रूप से नुकसान  पहुचाते है जितना की एक सिगरेट पीने वाले को। पैसिव स्मोकिंग के कारण आप बहुत सी स्वस्थ्य समस्याओं का शिकार हो सकते है, जैसे - 
  • लंग कैंसर 
  • ह्रदय रोग 
  • अस्थमा 
  • निमोनिया 
  • आँख और नाक सम्बन्धी 
किसके लिए है बचाव जरुरी:

वैसे तो हम सभी को सिगरेट आदि से बाख के रहना चाहिए मगर गर्भवती महिलाओं और बच्चो को इससे बचा बेहद जरुरी है। गर्भवती महिला जो लगातार सिगरेट आदि के धुएं के संपर्क में रहती है उसे बहुत सी अम्सस्याओं को सामना करना पद सकता है। कई बार पैसिव स्मोकिंग  गर्भपात या जन्म के समय शिशु का वजन कम होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 
इसके आलावा छोटे बच्चों को लगातार इसके संपर्क में रहने पर लंग, नाक, गले और ह्रदय सम्बन्धी समस्याओं का सामना कम उम्र में ही करना पड़ सकता है। साथ ही सिगरेट आदि बचे के मानसिक और भावनात्मक विआस को भी बाधित करता है। 

कैसे करें बचाव :

आप पैसिव स्मोकिंग से बचने के लिए प्रयास कर सकते है जैसे - 
  • सबसे पहले अपने घर के भीतर सिगरेट पीने की अनुमति न दे। यदि किसी को सिगरेट पीनी ही हो तो घर से बाहर या छत पर इसका सेवन करें। 
  • घर के बाहर यदि कोई आपके सामने सिगरेट पीयें तो उसे ऐसा करने से मना करें।
  • अपने बच्चों को जहाँ तक संभव हो इसके सम्पर्क में आने से बचाएं।
यदि आप चाहते है की आपके बच्चे पैसिव स्मोकिंग से बचे तो इसकी शुरुआ अपने घर से करें। यदि आपका कोई करीबी इसका सेवा करता है तो उसे छोड़ने के लिए प्रेरित करें ताकि आने वाला भविष्य स्वाच और साफ़ बन सकें। 

बुधवार, 22 मई 2013

स्किन टैनिंग को कहें चल हट

गर्मी का मौसम में जहाँ एक तरफ बहुत सारे कपडे लादने से आज़ादी मिल जाती है। वहीँ दूसरी तरफ, स्किन टैनिंग की समस्या भी बढ़ने लगती है। धूप की तीक्ष्णता स्किन को जला कर उसे काला कर देती है। और यहीं गहरे रंग की स्किन को हम स्किन की टैनिंग या स्किन का झुलसना कहते है। यदि आप घर बैठे बैठे स्किन पर बने इस कालेपन के पैच से बचना चाहती है तो इस लेख को पढ़ें।

  • एक आलू ले। उसे छील कर बीच से काट ले। अब इस आलू के स्लाइस को अपनी स्किन पर रगड़े। थोड़ी देर रगड़ने के बाद 5 मिनट तक रखे और उसके बाद पानी से धो ले। 
  • आलू की ही तरह आप खीरे को काट कर स्किन पर राग्देंगे तो स्किन साफ़ होगी और झुलसने के कारण होने वाली जलन भी दूर होगी। 
  • ठन्डे दही में थोडा सा हल्दी डालकर इसे स्किन पर लगाये और 10 मिनट में ठन्डे पानी से धो ले. 
  • निम्बू और शहद का मिश्रण भी स्किन टैनिंग को दूर करने में काफी प्रभाव शाली है. 
  • दाब पानी यानी नारियल का पानी न सिर्फ स्किन के दाग धब्बे दूर करता है बल्कि यह स्किन टैनिंग में भी असरदार है।
  • बेसन और दही को मिला ले। आप चाहे तो आप दही की जगह पर ठंडा दूध भी ले सकते है। इस मिश्रण को कम से कम 10 से 15 मिनट तक लगे रहने दे और फिर ठन्डे पानी से धो ले।
  • टमाटर भी स्किन टैनिंग को दूर करने में प्रयोग में लाया जा सकता है. टमाटर को बीच में से काट कर स्किन पर रगड़े और 5 मिनट बाद इससे गुनगुने पानी से धो ले. बाद में लेक्टोकैलामिन या अन्य कोई क्रीम अवश्य लगा ले। 
  • यदि आपकी स्किन को एलो वीरा के प्रयोग से कोई परेशानी नहीं है तो आप ताज़ा एलो वीरा को काट कर इसके रस को स्किन पर 10 मिनट के लिए लगा ले और फिर इसे ठन्डे पानी से धो ले।
यदि स्किन झुलसने के कारण जलन हो रही हो तो चन्दन या मुल्तानी मिटटी का पैक लगाये। इससे स्किन को ठंडक मिलेगी।

इन सब बातों के अलावा, घर से निकलने से 20 मिनट पहले सनस्क्रीन अवश्य लगाये। साथ ही अपनी स्किन को धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाएं। छतरी का प्रयोग करें और अपनी स्किन को धूप से होने वाले नुकसान से बचाएं। 


सोमवार, 13 मई 2013

बढ़ती उम्र में बचें डिहाइड्रेशन से

उम्र बढ़ने के साथ बहुत से बदलाव आते है। इन्हीं बदलावों में से एक बदलाव पानी कम पीना भी है जिस कारण अक्सर बुज़ुर्ग डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते है। आइये आज हम डिहाइड्रेशन से बुज़ुर्ग कैसे बचे इस पर चर्चा करते है।

क्यूँ होता है बढ़ती उम्र में डिहाइड्रेशन :

डिहाइड्रेशन तब होती है जब आपके शरीर से पानी का स्तर कम हो जाएँ। यह स्तिथि तभी पैदा होती है जब शरीर से पानी ज्यादा मात्रा में बाहर आये और पानी कम मात्रा में पिया जाएँ। इस समस्या से बचने का एक ही उपाय है जितना संभव हो सके पानी या तरल पदार्थ का सेवन करते रहें।

  • बढती उम्र में शारीरिक गतिविधिया कम हो जाती है इसलिए पानी की प्यास भी कम लगती है।
  • साथ ही सदा भोजन का सेवन करने के कारण भी पानी कम पिया जाता है। 
  • इन सबके अलावा एक अन्य कारण यूरिन कण्ट्रोल न कर पाना भी होता है। अक्सर बढती उम्र में यूरिन को ज्यादा देर तक कण्ट्रोल नहीं किया जा सकता है। और इसी लीकेज के दर से बुजुर्ग कम पानी पीते है जिसके परिणामस्वरूप वे आसानी से डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते है।
  • कई बार कम पानी पीने का कारण आलस भी होता है। जाकर पानी पीने के अलास के कारण भी इस समस्या का जन्म होता है। 

क्या करें :

  • सबसे पहले पानी को पास रखे। अपने प्रिय माता -पिता के पास ऐसी वाटर बोतल रखे जिसके कारन वे पानी पिने का आलस न करें। 
  • पानी के आलावा एनी विकल्पों का चुनाव करें। पानी के अलावा जूस, या सामान्य निम्बू पानी जैसे विकल्प भी रखे ताकि तरल पदार्थों का सेवन करने के साथ साथ वे स्वाद भी पा सकें। 
  • फल जैसे सेब, केला, तरबूज आदि दे। जिसमे पानी की मात्र अधिक होती है. 
  • यदि रात के समय बार बार यूरिन त्यागने के डर से पानी कम पी रहें है तो दिन के समय ज्यादा पानी या तरल पदार्थ का सेवन न करें और रात के समय कम।
  • एक साथ ढेर सारा पानी न पियें बल्कि थोडा थोडा पियें। 
  • गर्मी से बचे।

मंगलवार, 7 मई 2013

मदर्स डे : गिफ्ट करें बेहतर स्वास्थ्य

मदर्स डे, साल का वो दिन जो की हर माँ के लिए स्पेशल है। इस स्पेशल दिन को और स्पेशल बनाये और अपनी माँ को कुछ ऐसा गिफ्ट दे जोकि उन्हें और स्वस्थ बनाने में मदद करें। इसका यह मतलब नहीं की आप अपनी माँ के लिए कोई ट्रेड मिल या फिर कोई और फिटनेस सम्बन्धी उपकरण ख़रीदे। बल्कि आप कुछ ऐसा कर सकते है जोकी उन्हें अन्दर से ख़ुशी देगा और वे स्वस्थ महसूस करेंगी। आइये जानते है कैसे :

अपना समय दे :

आप हर बार समय का अभाव की बात कह अपने परिवार को टाइम नही देते है। मगर इस मदर्स डे अपनी माँ को अपना टाइम गिफ्ट करें। अगर संभव हो तो एक-दो दिन की छुट्टी ले कर अपने परिवार से साथ कहीं बाहर घूमने जाएँ। इससे आपकी माँ और आपके परिवार को एक साथ होने के अहसास होगा और आपकी माँ ख़ुशी महसूस करेंगी। जोकि उनके स्ट्रेस को कम करने में मदद करेगी।

मेडिकल हेल्थ चेकअप प्लान :

अक्सर हम सभी की माताएं अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत लापरवाह होती है। इस मदर्स डे आप अपनी माँ को एक हेल्थ चेकअप प्लान गिफ्ट करें। उनके साथ अस्पताल जाएँ और उनके हेल्थ चेकअप में उनके साथ रहें। यह हेल्थ चेकअप आपकी माँ को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के मदद करेंगे।

किचन से दे छुट्टी: 

आप चाहे तो मदर्स डे के दिन अपनी माँ को किचन से छुट्टी देकर उनके लिए कुछ ख़ास बनाए। इससे आपकी माँ को भी आराम मिलेगा और वो रिलैक्स फील कर पाएंगी। आप चाहे तो आप इस मदर्स डे से सप्ताह के एक दिन अपनी माँ को आराम दे सकते है। आपका यह गिफ्ट आपकी माँ को ख़ुशी और शरीर को आराम देगा।

स्पा गिफ्ट :

अपनी माँ को किसी अच्छे स्पा का गिफ्ट दे। स्पा के मसाज और अरोमा न सिर्फ उनकी बाहरी सुन्दरता को बढ़ाएगा बल्कि यह उन्हें भीतर से भी शांत करेगा। पार्लर या स्पा में बिताया दिन आपकी माँ को स्पेशल होने का अहसास देगा।

गिफ्ट करें उनकी ख़ुशी:

हर एक व्यक्ति की अपनी पसंद होती है। इस मदर्स डे अपनी माँ को वो गिफ्ट करें जो उन्हें पसंद है। यानि यदि आपकी माँ को पूजा करने का शौक है तो उन्हें पूजा पाठ से सम्बन्धी कोई गिफ्ट दे। और यदि आपकी माँ को किचन में काम करना पसंद है तो आप उन्हें कोई किचन का उपकरण दे सकते है। जब आप भीतर से खुश होते है तो आपनी आधी बीमारी तो वैसे ही दूर हो जाती है। इसलिए कुछ ऐसा करें जो उन्हें दिल से खुश कर जाएँ।

हम सभी की माँ स्पेशल है बस हमें इसे किसी विशेष दिन से नहीं बल्कि हमेशा याद रखना चाहिए।