गुरुवार, 28 नवंबर 2013

हेल्थ स्क्रीनिंग : नया स्वास्थ्य मन्त्र

हम सभी तब तक किसी भी स्वास्थ्य समस्या को गम्भीरता से नहीं लेते है जबतक स्थिति गम्भीर न हो जाएँ। मगर आप चाहे तो जरा सी जागरूकता और अपने आप से एक वायदा कर आप स्वस्थ रह सकते है। हेल्थ स्क्रीनिंग की मदद से आप बहुत सी स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी कर सकते है। आइये आज हम जानने का प्रयास करते है कि कैसे हेल्थ स्क्रीनिंग हमें स्वस्थ रख सकती है। 
  • सामान्य हेल्थ चेकअप्स, आपको बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को उसके शुरूआती दौर में ही पकड़ने में मदद करते है। इससे बहुत सी समस्याओं का पता पहले ही चल जाता है जिस कारण उस समस्या का इलाज समस्या के बढ़ने से पहले ही शुरू हो जाता है। 
  • कई बार शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी से भी बहुत सी समस्याओं का जन्म होता है। यदि आप नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग कराते है तो आप इस स्थिति से भी निपट सकते है। हेल्थ टेस्ट की रिपोर्ट्स आपके डॉक्टर को इस बात की जानकारी देने में सहायता करेगी कि आपके डॉक्टर को आपको कौन से हेल्थ सप्लीमेंट्स देने है और कौन से नहीं। 
  • यह हेल्थ स्क्रीनिंग्स आपको मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने में मदद करते है। कई बार कुछ स्वस्थ समस्याएं जैसे कैंसर आदि का शिकार होने पर रोगी अक्सर टूट जाते है। मगर यदि आप नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग कराते है तो आपको समस्या का पता समय रहते चल जाता है और दूसरा यह आपको मानसिक रूप से भी इस स्वास्थ्य समस्या से लड़ने में मदद करता है। 
महवपूर्ण बात :
  • यह जरुरी नहीं है कि आपको रुटीन हेल्थ स्क्रीनिंग से सभी समस्याओं को पता शुरूआती दौर में ही लगे। कई बार कुछ स्वास्थ्य समस्याएं ऐसी भी होती है जो अचानक से गम्भीर स्थिति को जन्म दे दे जैसे - हार्ट अटैक आदि। पर फिर भी यह आपको आपके भविष्य को स्वस्थ बनाये रखने में काफी कारगर है। 
हमें उम्मीद है कि आप भी नये साल से एक नयी शुरआत करेंगे और अपने शरीर और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे। 

गुरुवार, 21 नवंबर 2013

जाड़े में गर्माहट देता काढ़ा

जैसे-जैसे सर्दियाँ बढ़ रही है, सामान्य सर्दी और जुकाम की परेशानी भी अपने पैर पसारने लगेगी। यदि आप सर्दी के इस मौसम में फिट रहना चाहते है तो आपको अपने शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ सामान्य सर्दी के इन्फेक्शन से भी बचाना होगा। आइये आज हम सर्दी से निपटने के लिए अपनी दादी माँ के सबसे पुराने और प्रभावी नुस्खे पर चर्चा करते है।  जी हाँ, हम बात कर रहे है काढ़े की। चलिये इसकी विशेषताओं को जानते है :
 
आयुर्वेद के अनुसार सामान्य सर्दी होने पर शरीर में कफ की मात्रा बढ़ा जाती है। यदि आप नियमित रूप से काढ़े का सेवन करें तो यह शरीर में कफ की बढ़ी हुई मात्रा को कम करता है और आपको सर्दी जुकाम से भी निजात दिलाने में आपकी मदद कर सकता है। 
 
क्यों है यह ख़ास :
 
काढ़े को बनाने के लिए प्रयोग में आने वाली सभी पदार्थ स्वस्थकारी होते है। साथ ही इन पदार्थों की एंटी -बैक्टीरियल विशेषता इसे और भी लाभकारी बनाती है। 
 
कैसे बनाएं काढ़ा :
 
काढ़ा बनाने ले लिए आपको तुलसी के पत्ते, अदरक, हल्दी, सौफ, दालचीनी, इलायची और पानी चाहिए। सभी पदार्थों को पानी में मिला दे और तब तक उबाले जब तक पानी आधा न हो जाएँ। फिर इसे छान कर गर्मागर्म पियें। आप चाहे तो आप इसमें मिठास के लिए तैयार काढ़े में अंत में थोडा सा शहद भी मिला सकते है। शाम को या फिर रात को इसे पीना लाभकारी होता है। 
 
काढ़ा न सिर्फ आपके गले या फिर कफ सम्बधी समस्याओं को दूर करता है बल्कि यह आपकी इम्युनिटी को भी मजबूत बनता है। 
 

गुरुवार, 14 नवंबर 2013

स्पेशल दिन, स्पेशल हेयर केयर

आपकी शादी है और आपने अपनी ब्यूशियन से अपनी स्किन केयर सम्बन्धी सारी बातें कर ली है। पर क्या आपने अपने बालों के बारें में कोई बात की? अक्सर हम सभी अपने इस स्पेशल डे की तैयारी में अपनी स्किन को के लिए तो समय निकाल लेते है मगर अपने बालों को शादी वाले दिन पर छोड़ देते है। आइयें आज हम यह जानने का प्रयास करते है कि कैसे आप अपनी शादी के स्पेशल दिन न सिर्फ अपनी स्किन और लुक से स्पेशल दिखे बल्कि आपके बाल और हेयर स्टाइल से भी स्पेशल दिखे। 
 
तैयारी करें :
 
आपके बाल शादी के दिन तक परफेक्ट दिखे इसके लिए आपको पहले से ही तैयारी करनी होगी। सबसे पहले शादी की डेट  से करीब 5 से 6 महीने पहले से ही अपने बालों के केयर करना शुरू कर दे। ऐसा करने पर आपके बालों को न सिर्फ बाहर से बल्कि भीतर से भी स्वस्थ दिखने का समय मिल जायेगा। 
 
क्या करें :
  1. सबसे पहले यदि आपके बालों में किसी प्रकार की परेशानी है, जैसे - रुसी या फिर बालों का झड़ना आदि तो तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज कराएं। 
  2. अगर सम्भव को तो डॉक्टर से परामर्श लेकर हेयर केयर सम्बन्धी किसी प्रकार के हेल्थ सप्लीमेंट का भी सेवन कर सकते है। 
  3. नियमित रूप से बालों पर ऑयलिंग करें। साथ ही बालों को साफ़ रखे। 
  4. नियमित रूप से बालों कि ट्रिमिंग करते रहें ताकि बालों निचे से जले हुए न दिखायी दे। 
  5. भारतीय शादियों में अक्सर दुल्हन को बाल बांध कर रखने पड़ते है इसलिए शादी के 5-6 महीने पहले अपने बालों में कोई ऐसा हेयर कट न कराएं जिससे आपके बालों की लम्बाई कम हो। 
  6. आप शादी के पहले ही अपनी ड्रेस और अपने मेकअप के अनुसार अपने हेयर स्टाइल का भी चुनाव कर ले। साथ ही आप जिस भी हेयर स्टाइल का चुनाव करें उसे शादी से कुछ दिन पहले ही अपने बालों पर बना कर इस बात की संतुष्टि ले ले कि आपके बाल शादी के दिन के लिए तैयार है। 
  7. शादी के दिन सबका ध्यान आपकी ओर ही होता है इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखे की आप किसी ऐसे हेयर स्टाइल का चुनाव न करें जिसमे आपको बार-बार अपने बालों को सम्भालना पड़ें।
महत्वपूर्ण बातें :
  • हमेशा अपने हेयर स्टाइल का चुनाव अपने चेहरे कि बनावट को ध्यान में रख कर करें।
  • शादी के लिए किसी स्टाइलिश जूड़े का चुनाव् करें। इस्मे आपको बार बार बाल ठीक करने कि भी कोई आवश्यकता भी नही पड़ेगी। 

गुरुवार, 7 नवंबर 2013

डायबिटिक रोगी : करें पैरों से प्यार

डायबिटीक रोगी को न सिर्फ अपने ब्लड ग्लूकोस का ध्यान रखना चाहिए, बल्कि उसे अपने पैरों को भी उतना ही महत्त्व देना चाहिए। डायबिटिक रोगी के पैरों से सम्बन्धी समस्या होने की आशंकाएं सामान्य से अधिक होती है। शरीर में बढ़ा हुआ ब्लड शुगर कई बार पैरों की या फिर स्किन समस्याओं को जन्म  है। आइये आज यह जानने का प्रयास करते है कि कैसे एक डायबिटिक रोगी अपने पैरों का धयान रखें। 
 
क्या कदम उठाएं :
  • हर रोज अपने पैरों की जाँच करें।  अगर आपके पैर में किसी तरह की चोट  लग गयी हो या फिर किसी प्रकार की सूजन हो या फिर किसी प्रकार का इन्फेक्शन  हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले और अपनी समस्या का इलाज कराएं।
  • नंगे पैर न घूमें।  हमेशा पैरों को पूरी तरह से ढकने वाले जूते या सैंडल्स को ही पहने। ताकि आप अपने पैरों को चोटिल होने से बचा सकें। 
  •  पैरों को सुखा रखें विशेष रूप से अपने पैर की उँगलियों के बीच नमी को बनने न दे। 
  • पैरों की स्किन को कोमल बनाएं रखें का प्रयास करें। 
  • पैरों में रक्त संचार को दुरुस्त रखने के लिए टाइट जुराब या सैंडल्स न पहने। साथ ही बहुत देर तक पैरों को लटकाएं न रखें। ऑफिस के घंटों तक एक ही अवस्था में न बैठे रहें। पैरों को हिलाते रहें और पैरों कि एक्सरसाइज करते रहे।  इससे पैरों में सूजन की समस्या से भी बचा जा सकता है। 
अन्य बातें :
  • डॉक्टर से अपने पैरों की सालाना जाँच अवश्य कराएं। 
  • यदि डॉक्टर आपको किसी विशेष प्रकार के जूते पहनने कि सलाह देते है, जैसे - आगे से चौड़े मुंह वाले जूते या फिर किसी विशेष प्रकार के ब्रांड के जूते तो उनकी सलाह को नजरअंदाज न करें। 
हमारे पैर हमारे शरीर का आधार होता है इसलिए डायबिटिक रोगी को इन्हे ज्यादा केयर देने की आवश्यकता है। अपने पैरों को समय दे और उनका ध्यान रखें।