गुरुवार, 27 फ़रवरी 2014

दिल की सुनें पर दिमाग से चुनें

 
पौष्टिक और हैल्दी भोजन का चुनाव करना थोडा सा मुश्किल जरुर है मगर असम्भव नहीं। बस इसके लिए आपको अपनी थोड़ी सी समझदारी दिखने की आवश्यकता है। आइयें जानते है कैसे आप अपने दिल की सुन कर और अपने दिमाग से चुन कर अपने आपको फिट रख सकते है।
 
पिज़्ज़ा खाएं मगर स्मार्टली :
 
कभी कभार पिज़्ज़ा खाने में कोई बुराई नहीं है बस आपको थोडा सा स्मार्टली काम करना होगा। ऐसे पिज़्ज़ा का चुनाव करें जिसमे चीज़ न के बराबर हो।  साथ ही ब्रेड क्रस्ट भी पतला है। ऐसा करने पर आप पिज़्ज़ा में टेस्ट तो पाएंगे ही साथ ही कम से कम कैलोरी भी। 
 
कोला को कहें बाय :
 
कोला और अन्य प्रकार के मीठे पेय पदार्थों जैसे कोल्ड ड्रिंक, शुगर युक्त जूस आदि को न पियें। इनकी जगह पर आप फ्रेश जूस या फिर लाइम वाटर या कोई ऐसे पेय का चुनाव करें जिसमे शुगर न हो। इसके अलावा यदि आपका दिल कुछ पिने का मन कर रहा है तो आप ग्रीन टी या फिर आइस टी जैसे पेय पदार्थों को भी चुन सकते है। 
 
स्मार्ट विकल्पों को चुने :
 
जैसे यदि आपका मन कुछ बाहर का खाने का कर रहा है तो आप ऐसे विकल्पों को चुने जिनमे कैलोरी और फैट कम से कम हो। जिसे यदि आप कुछ साउथ इंडियन खाना चाहते है तो आप डोसा या वडा खाने की बजाय इडली या फिर उथपम का चुनाव करें। इनमे डोसा और वडा कि तुलना में फैट और कैलोरी कम होगी और स्वाद भी। 
 
एल्कोहल का सेवन न करें :
 
एल्कोहल से न सिर्फ शरीर को नुक्सान पहुचता है बल्कि इससे आपको सिर्फ कैलोरीज मिलती है। अपने लिए आनंद में कुछ बदलाव लाएं। आप चाहे तो आप रेड वाइन का सेवन कर सकते है इससे आपको आनंद भी मिलेगा और सेहत को लाभ भी। 
 
ब्रेकफास्ट सही करें :
 
ब्रेकफास्ट में दिल से ब्रेड खाएं मगर वाइट ब्रेड नहीं बल्कि ब्राउन ब्रेड। ब्राउन ब्रेड को खाने से आप अनचाहे रूप में मैदा खाने से बच जायेंगे। 
 
 लेबल अवश्य पढ़ें :
 
किसी भी पैक्ड चीज को खरीदने से पहले उसका लेबल ठीक से पढ़ ले।  इस बात कि पूरी जानकारी ले ले की किस खाद्य पदार्थ में कितनी कैलोरी, फैट, शुगर और ट्रांसफैट है। निश्चिन्त होने के बाद ही सही का चुनाव करें। 
 

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

सावधानी भरे प्रीनेटल कदम

आजकल हम सभी चीजें प्लान करके ही करते है। जब यह रूल हम सभी चीजों पर लागू करते हैं तो फिर प्रेगनेंसी में क्यों नहीं। आइयें आज हम जानते है कि कैसे आप सावधानी भरे प्रीनेटल कदम उठा कर स्वस्थ प्रेगनेंसी का आनंद उठा सकती है। 
 
डॉक्टर से मिले :
 
जब भी आपको यह लगे कि अब आप परिवार को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है तो सबसे पहले डॉक्टर से जाकर मिले। आप उन्हें वर्त्तमान में आपके स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के बारें में सही सही जानकारी दे। साथ ही डॉक्टर द्वारा बताएं जाने वाले सभी बेसिक टेस्ट अवश्य करा ले। कई बार हमें इस बात कि जानकारी ही नही होती है कि हमें कोई हार्मोनल परेशानी है। इन टेस्ट के माध्यम से आपको इनकी सही जानकारी मिल जायेगी जिसका आप सही समय पर इलाज करा कर, एक स्वस्थ प्रेगनेंसी का मजा उठा सकते है। 
 
लाइफस्टाइल में सुधार :

अपनी खराब जीवनशैली में सुधार लाएं। एल्कोहल और धूम्रपान का सेवन करने से बचे। धूम्रपान और एल्कोहल का सेवन गर्भावस्था में गर्भवती और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए इसका सेवन पहले से ही करना बंद कर दे। 

पौष्टिक भोजन का सेवन करें :

पौष्टिक भोजन का सेवन सभी के लिए बेहद जरुरी है। प्राकृतिक रूप से मिलने वाले पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते है। और पोष्टिक भोजन गर्भस्थ शिशु और माँ दोनों के लिए ही आवश्यक है।

वजन नियंत्रित करें :

स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए बेहद जरुरी है कि वजन नियंत्रित रहें। अगर आपका वजन जयादा है तो अपने वजन को नियंत्रित करें। ताकि आप प्रेगनेंसी में बहुत अधिक वजन बढ़ने कि शिकायत से बच सकें।

प्रीनेटल विटामिन्स :

फोलिक एसिड के आलावा अन्य विटामिन्स का सेवन करें। मगर इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले ले।

खुश रहें, नींद पूरी ले और तनाव को बाय बाय कहें। 

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

वैलेंटाइन्स पर दें खूबसूरती का उपहार

 वैलेंटाइन्स डे पर आप अपने प्रिय को तोहफे में क्या देंगें, इसकी प्लानिंग आप कई दिनों पहले से करना शुरू कर देते है। मगर यदि आप अब तक इस दुविधा में है कि आप क्या तोहफा दे, तो फिर आपकी यह परेशानी हम दूर कर देते है। इस वैलेंटाइन पर आप अपनी प्रियतमा के लिए चॉकलेट या कोई स्टफ टॉय गिफ्ट में न देकर उन्हें खूबसूरती का गिफ्ट दे। आइये विस्तार से जानते है :
 
चॉकलेट्स, स्टफ टॉयज, कार्ड्स ये सब गिफ्ट पुराने हो चुके है। यदि आप कुछ अलग करना चाहते है तो इस बार कुछ अनोखा उपहार दे। एक ऐसा उपहार जोकि उनकी खूबसूरती में चार चाँद लगाएगा। 
 
ब्यूटी कुपोन्स :
 
वैलेंटाइन्स डे पर बहुत से अच्छे ब्यूटी सैलून्स और पार्लर खूबसूरती को बढ़ाने के ऑफर निकालते है। उनके इन् ऑफर्स की जानकारी प्राप्त करें और कोई एक अच्छा सा ऑफर या कूपन अपने प्रिय के लिए खरीद ले। यह सिर्फ आपके प्रिय के लिए बेहतर गिफ्ट ही नहीं होगा बल्कि यह उनकी खूबसूरती को निखारने में और भी मदद करेगा। 
 
ब्यूटी प्रोडक्ट्स :
 
आप चाहे तो आप अपने प्रिय के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद कर एक अच्छा सा गिफ्ट हैम्पर तैयार कर सकते है। या फिर आप बाजार में मिलने वाले ब्यूटी किट्स को भी खरीद कर उपहार में दे सकते है। 
 
सेंट्स और  परफ्यूम :

महिलाओं को अक्सर यह गिफ्ट पसंद आता है। मगर इसका यह अर्थ यह नहीं कि ये पुरुषों को पसंद नहीं आएगा। यदि आपको अपने प्रिय की पसंद का अंदाजा हो तो वहीँ सेंट या परफ्यूम का चयन करें। यह आपके प्रिय की खूबसूरती को और भी निखरेगा।

स्पा का दे उपहार :

आप चाहे तो आप किसी ऐसे स्पा में अपना वैलेंटाइन डे एक साथ बिताएं जहाँ आप शांति के साथ साथ अपने आपको पैंपर भी कर सकें।

फिटनेस गिफ्ट :

इस वैलेंटाइन डे पर अपने प्रिय को किसी जिम या किसी  योग  क्लास का उपहार दे। यह न सिर्फ आपके प्रिय को फिट रखेगा बल्कि यह उन्हें भीतर से स्वस्थ बनाने में मदद करेगा। यह क्लासेज आपके प्रिय को केवल इसी वैलेंटाइन पर ही नही बल्कि आने वाले बहुत से वैलेंटाइन्स पर फिट और खूबसूरत बनायें रखेगा।

हम उम्मीद करते है की यह वैलेंटाइन आपकी जिंदगी को और भी खूबसूरत बनाएगा। 

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014

क्या करें ऐड ताकि दिमाग बनें तेज़

बच्चों का शारीरक विकास जितना तेजी से होता है उतना ही तेजी से बच्चे का मानसिक विकास भी होता है। पर अभिभाव होने के नाते आप चाहे तो आप कुछ एक्स्ट्रा प्रयास करके भी अपने बच्चे का दिमाग और भी बेहतर कर सकते है। आइये आज हम उन फलों और सब्जियों के बारें में चर्चा करते है जिनसे बच्चों का मानसिक विकास तेजी से होता है। 
 
अंडे :
 
अंडे, प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। अण्डों का सेवन करने से बच्चों का मानसिक विकास तेज़ी से होता है। छोटे बच्चों को अंडे की भुजी दे सकते है। इसके आलावा उबला अंडा भी उतना ही पौष्टिक होता है। 
 
ओटमील :
 
ओटमील में फाइबर और प्रोटीन की उचित मात्रा होती है। यह बच्चों में ध्यान केंद्रित करने में मदद करते है। ओटमील एक पौष्टिक आहार है जिसका सेवन करने से मानसिक लाभ मिलता है। 
 
हरी सब्जियां :
 
हरी सब्जियां भी दिमाग को दुरुस्त करने में मदद करती है। इनमे फोलेट और विटामिन्स होते है जोकि मानसिक विकास करता है। आप दाल में डाल कर या फिर पराठे के रूप में भी इसे बच्चों के भोजन में शामिल कर सकते है। 
 
दूध और दही :
 
दूध एक कम्पलीट आहार है जिसका सेवन करने से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी होता है। अपने बच्चे एक आहार में इन्हे शामिल अवश्य करें।