गुरुवार, 31 जुलाई 2014

स्क्रब : बिगाड़े पिंपल का हाल

चेहरे की खूबसूरती को पिंपल बिगाड़ सकते है। इसलिए अपने चेहरे को पिंपल से बचाएं। फेस स्क्रब करने से आपके चेहरे की गंदगी भी दूर होती है और इससे स्किन भी हेल्दी बनती है। मगर यह तभी स्किन के लिए अच्छे है यदि आपकी स्किन पर कोई पिंपल न हो। यदि आपकी स्किन पर पिंपल है तो स्क्रब उसका हाल बिगाड़ सकता है।  आइयें जानते है कैसे :
 
कैसे पहुंचता है नुकसान :
 
स्क्रब, दरदरा होता है और जब आप इसे अपने पिंपल वाले एरिया पर रगड़ते है तो आपके पिंपल की ऊपरी स्किन उतरने लगती है जिस कारण पिंपल और भी सूज सकते है। या फिर उनमे से खून या पस भी निकल सकता है। कई बार इसमें से निकला पानी या पस आपके चेहरे  पर अन्य जगह पर लगने पर नए पिंपल को भी जन्म दे सकता है। इसलिए जब भी पिंपल हो स्क्रब करने से बचे या फिर उस एरिया पर स्क्रब न करें। 
 
क्या करें :
  • उँगलियों के पोरों से हलके से स्क्रब करें। अगर आपके पिंपल में दर्द भी है तो स्क्रब की जगह आप क्लींजिंग मिल्क से आपके चेहरे को साफ़ करें। इससे गंदगी भी दूर हो जाएगी और पिंपल को भी कोई नुकसान नही पहुंचेगा। 
  • कभी भी कठोर स्क्रब का प्रयोग स्किन पर न करें। हमेशा माइल्ड स्क्रब का ही प्रयोग करें। 
 
 

गुरुवार, 24 जुलाई 2014

चैक करें, साफ़ पानी पिएं

मानसून के साथ पीलिया, पेट सम्बन्धी समस्याओं की भी शुरुआत हो जाती है। इन् सभी चीजों का मानसून के बादलों से कोई सम्बन्ध न होते हुए भी सीधा सम्बन्ध है।  मानसून यानि नमी और नमी के साथ साथ दूषित भोजन और दूषित पानी के कारण पेट व् स्किन सम्बन्धी समस्याओं का जन्म लेना। भोजन दूषित दो कारणों से होता है भोजन के ख़राब  पर और भोजन में दूषित पानी के पराग करने पर. यानि पानी का साफ़ होना बेहद जरुरी है।  आइयें जानते है की कैसे आप पानी साफ़ और सवस्थ पानी का सेवन कर अपने और अपने परिवार को फिट रख सकते है। 
  • यदि आप बोतल का पानी पानी लेते है तो इस बात की जांच अवश्य कर ले कि पानी की बोतल की सील ठीक से लगी हो। यदि सील टूटी हुई हो तो उस बोतल को न ख़रीदे। 
  • वाटर प्यूरीफायर का प्रयोग करें। समय समय पर इसकी सर्विसिंग अवश्य करते रहें।  यदि आपके घर पर वाटर प्यूरीफायर नहीं है तो आप पानी को बिना उबाले न पियें। पानी को उबाल कर छान कर पियें। 
  • इन दिनों बाहर खाने से बचें। 
  • खाना बनाने के लिए साफ़ पानी का प्रयोग करें। 
  • अपने बच्चों को स्कूल बिना वाटर बोतल के न भेजे। 
याद रहें कि साफ़ पानी का सेवन करना ही स्वस्थ शरीर की बुनियाद है। 
 

गुरुवार, 17 जुलाई 2014

बियर से पाएं बाउंसी हेयर

बियर से आप अपने बालों को  और भी सॉफ्ट और बाउंसी बना सकते है। मगर इसके लिए आपको बियर पीनी नहीं बल्कि अपने बालों पर लगानी है। 

बियर से न सिर्फ बालों को सॉफ्टनेस मिलती है बल्कि इससे बालों में एक चमक भी दिखाई देती है जोकि आपके बालों के स्वस्थ होने की बात को बयान करती है।  आइयें जानते है की आप  कैसे कर सकते है। 

वैसे तो बाज़ार में अब बियर शैम्पू भी मिलने लगे है।  मगर यदि आप केवल बियर का प्रयोग करना चाहते है तो आप इसका प्रयोग ऐसे कर सकते है। 

कैसे करें प्रयोग :
  • सबसे पहले बियर को किसी मग में रख ले। आप चाहे तो आप रात में इसे किसी बर्तन में डाल कर रख दे ताकि सुबह तक इसकी फ़िज़्ज़ और अलकोहल की महक दोनों दूर हो जाएँ। 
  • शैम्पू से बाल साफ़ करने के बाद बियर को कंडीशनर की तरह प्रयोग करें। 
  • थोड़ी देर तक इसे बालों पर रहने दे और उसके बाद हाथों की उँगलियों से हलके से मालिश करें। 
  • अंत में पानी से इसे धो ले। 
बाल सूखने पर आपको मिलेंगे चमकदार, बाउंसी और सॉफ्ट बाल। 

याद रहे :
  • कभी भी ठंडी फ्रिज से निकली बियर या फ़िज़्ज़ वाली बियर का प्रयोग न करें। 
 

गुरुवार, 10 जुलाई 2014

मानसून : क्या सोचे खरीदने से पहले

मानसून का मौसम जितना सुकून देने वाला होता है।  उतना ही यह पेट को परेशान करने वाला भी बन सकता है।  इसलिए इस मौसम में खाने के किसी भी आइटम को खरीदने से पहले सोच अवश्य ले। आपका यह कदम आपको फिट रखने में मदद करेगा। 
  • हरी सब्जी : अगर आप हरे पत्तेदार सब्जी खाने के शौकीन है तो बारिश का यह मौसम आपको इसमें परेशान कर सकता है। हरे पत्तेदार सब्जियों  की  जड़ों को जमीं से उखाड़ कर बेचा जाता है।  मानसून के महीने में मिटटी के गीले होने के कारण इसकी जड़ों में मिटटी  चिपकी रह जाती है।  जिसे ठीक से साफ़ न करने के कारण आपके पेट में बहुत से इन्फेक्शन हो सकते है। इसलिए या तो इनका सेवन करने से बचे या फिर इन्हे अच्छे से धोने के बाद ही इनका सेवन करें। 
  • चाट पकौड़ी : यह आपके पेट के दुश्मन बन सकते है यदि आप स्वछता के नियमों का पालन ठीक से नहीं करते है।  अगर मानसून के मौसम में ऐसा कुछ खाना हो तो इन्हे घर में ही तैयार कराये ताकि आपका दिल और पेट दोनों खुश रह सकें। 
  • जूस : बाहर का जूस इस मौसम में पीने से बचें।  ठेलों या जूस की दुकानों में निकलने वाले जूस से बचे।  स्वछता के नियम न मानने पर यह इन्फेक्शन को बढ़ावा दे सकते है। 
  •  इसके अलावा पहले से कटे फलों का भी सेवन करने से बचे। 
सफाई के नियमों का पालन करें और इन्ही नियमों का पालन करने वाली जगहों पर ही खाना खाए ताकि आप स्वस्थ मानसून का आनंद ले सकें। 

बुधवार, 2 जुलाई 2014

बच्चे और ग्रोइंग पेन

अक्सर कई बच्चे रात के समय पैर दर्द की परेशानी की शिकायत करते है की उनके पैर में दर्द हो रहा है। बच्चों में पैर दर्द की यह शिकायत सामान्य होती है। मगर यह समस्या क्या है और कैसे इस समस्या से कैसे निपटा जाएँ , आइयें जानते है। 

क्या है यह समस्या :

ग्रोइंग पैन किसी प्रकार की बीमारी नहीं है मगर इसके बावजूद इसके कारण बच्चे को असहनीय दर्द को झेलना पड़ता है।  इसके लिए आपको अपने बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।  शाम या रात में सोने से पहले होने वाले पैरों का यह दर्द हड्डियों की बजाय मांसपेशियों में होता है।  इसका कारण दिन भर बच्चों की भाग दौड़ और उछाल कूद है। जब शाम को या सोते समय जब मांसपेशियां की गतिविधियाँ बंद होती है तब पैरों में दर्द होना शुरू हो जाता है।

कैसे निपटे :
  • पैरों की मालिश से आराम मिल सकता है। 
  • हीटिंग पैड से आराम मिल सकता है 
  • स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से आराम मिल सकता है। 

मांसपेशियों के अत्यधिक प्रयोग के कारण होने वाले पैरों के इस दर्द से परेशान न हो मगर यदि आपके बच्चे के पैर लाल या सूजन से भरे दिखाई  डॉक्टर की मदद अवश्य ले।